मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने इस संकट से प्रदेश को मुक्त कराने की चुनौती स्वीकार की है। श्री चौहान ने कोरोना को हराने के लिये वन मैन ऑर्मी के नायक की भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने कार्यभार ग्रहण करते ही वीडियो कान्फ्रेंसिंग कर एक ओर तो सभी जिलों की स्थिति की समीक्षा की और दूसरी तरफ प्रदेश की जनता को संबोधित कर अपने साथ लिया। जनसामान्य से संवाद के लिये सीएम हेल्पलाइन और सहायता के लिये कॉल सेंटर को चाक-चौबंद किया गया। अस्पतालों और चिकित्सा अमले के संसाधनों को बढ़ाने पर श्री चौहान ने विशेष ध्यान दिया। परिणामस्वरूप कार्यभार ग्रहण करने के सातवें दिन से प्रदेश की स्थिति बदलनी आरंभ हो गयी। प्रदेश में आज दिनांक तक हमारे पास 20 हजार आई.टी.पी.सी.आर. हैं। हमारी टेस्टिंग क्षमता 6 लैब में 500 टेस्ट प्रतिदिन है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि यह क्षमता 14 लैब में 1,000 टेस्ट प्रतिदिन की जाना है। वर्तमान में प्रदेश में 29,795 पीपीई किट्स हैं तथा हम 5 हजार पीपीई किट्स प्रतिदिन बाँटने की स्थिति में है। ये किट्स संभागीय मुख्यालयों को पहुँचाए जा रहे हैं। हाइड्रो क्लोरोक्वीन गोलियों की संख्या 2 लाख 25 हजार है। आगामी चार दिनों में 10 लाख गोलियाँ और मिल जाएंगी। आज 1 लाख 14 हजार है, 50 हजार एन-95 मास्क वितरित कर दिए जाएंगे। आक्सीजन सिलेंडर 3,324 हैं तथा 1,000 का ऑर्डर दिया गया है।
सात दिन में ही बदलने लगी स्थिति